दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान यमुना नदी प्रदूषण एक महत्वपूर्ण राजनितिक मुद्दा बना। चुनाव जीतने के बाद स्वयं प्रधानमंत्री और भाजपा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने ‘आप’ सरकार की हार के लिए यमुना की दुर्दशा को एक प्रमुख कारण बताया। साथ में यमुना को साफ करने की बात कही। ऐसे में क्या दिल्ली के नागरिक एक स्वच्छ बहती नदी की उम्मीद रख सकते हैं?
Continue reading “दिल्ली में नई सरकार: क्या अब निर्मल होगी यमुना?”Tag: यमुना
यमुना मंथन 07 फरवरी 2024: नदी संरक्षण, पुनरुत्थान के अपर्याप्त प्रयास
(वज़ीराबाद बैराज, दिल्ली के समीप यमुना नदी. भीम सिंह रावत/SANDRP, 09 जनवरी 2024)
(यमुना जिये अभियान के संयोजक स्वर्गीय मनोज मिश्रा द्वारा किये गए यमुना संरक्षण कार्यों की विरासत को आगे बढ़ाते हुए, SANDRP यमुना नदी से संबंधित समसामयिक मुद्दों पर समाचार रिपोर्टों और अन्य सूचनाओं का फरवरी 2024 से संकलन प्रकाशित कर रहा है। यह इस श्रृंखला का पहला संकलन है और हम इसे हर महीने के पहले बुधवार को जारी करने का प्रयास करेंगे। इसका का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय नदी गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी यमुना को प्रभावित करने वाले सभी विषयों की निगरानी, दस्तावेजीकरण एवं शोध करना और सभी संबंधित पक्षों को नदी की जमीनी स्थितियों से अवगत और समस्याओं के प्रति जागरूक करना है। आप सभी से इसे पढ़ने, साँझा करने और बेहतर बनाने हेतु सुझाव देने का निवेदन है।)
संसद की जल संसाधन पर स्थायी समिति (2023-24) ने 06 फरवरी 2024 को संसद में ‘दिल्ली तक ऊपरी यमुना नदी की सफाई परियोजनाओं की समीक्षा और दिल्ली में नदी तल प्रबंधन’ शीर्षक से अपनी रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में यमुना नदी को प्रभावित करने वाले कई मुद्दों की जमीनी स्थिति को विस्तार से प्रस्तुत किया गया है और इनके निराकरण के लिए सम्बंधित विभागों, सरकारों को कई सिफारिशें की हैं। नीचे दी गई मीडिया रिपोर्ट्स में इन बिंदुओं का जिक्र किया गया है। हम जल्द इस रिपोर्ट की एक विस्तृत समीक्षा भी अलग से प्रकाशित करेंगे।
मोटे तौर पर, रिपोर्ट में पाया गया है कि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज के नीचे की ओर यमुना नदी में अपर्याप्त प्रवाह है और इसे 10 क्यूमेक्स (क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड) से बढ़ाकर 23 क्यूमेक्स करने की आवश्यकता है जैसा कि राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान ने अपने हालिया अध्ययन में पहले ही सिफारिश की है। रिपोर्ट में नदी सफाई परियोजनाओं की धीमी गति और यमुना नदी के पानी की गुणवत्ता में कोई महत्वपूर्ण सुधार नहीं होने पर भी प्रकाश डाला गया है क्योंकि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में फैले 33 स्थानों में से केवल 10 स्थानों पर यमुना की पानी की गुणवत्ता निर्धारित मानदंडों के अनुसार पाया गया है।
Continue reading “यमुना मंथन 07 फरवरी 2024: नदी संरक्षण, पुनरुत्थान के अपर्याप्त प्रयास”केन नदी को जीवित रखते, झीरा, झीना, डबरा, डबरी, दहार
(Feature Image:- पवई में सिमरा बहादुर के पास केन नदी के घुमाव पर बने दहार का एक फोटो। (Image taken during Ken River Yatra by SANDRP & Veditum)
यह रिपोर्ट भीम सिंह रावत, साउथ एशिया नेटवर्क आन डैमस्, रिवर्स एंड पीपल (सैनड्रप) दिल्ली और सिद्धार्थ अग्रवाल, वेदितम इंडिया फाउंडेशन, कलकता द्वारा केन नदी की तैंतीस दिवसीय पदयात्रा के अनुभव पर आधारित है। इस पदयात्रा को जून एवं अक्टूबर 2017 और अप्रैल 2018 के दौरान तीन चरणों में पूरा किया गया था। रिपोर्ट का उद्देश्य यात्रा से मिले अनुभवों और समझ को साँझा करना है। पहले भी हम नदी यात्रा के विभिन पक्षों के बारे में लिख चुके हैं। जिसे आप यहाँ पढ़ सकते हैं –एक, दो, तीन,। आगे भी हम केन नदी के अनसुने पहलुओं को उजागर करने का प्रयास जारी रखेंगे।
Continue reading “केन नदी को जीवित रखते, झीरा, झीना, डबरा, डबरी, दहार”